बैंकों को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा करेंगी. इसके लिए वह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रबंध निदेशकों के साथ मीटिंग करेंगी. सूत्रों से इस बारे में जानकारी मिली है. चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने करीब 68,500 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है.
सरकारी योजनाओं की होगी समीक्षा
सूत्रों ने कहा कि शनिवार को होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई), किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), स्टैंड-अप इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में बैंकों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी.
बजट से पहले है आखिरी मीटिंग
बता दें यह 2024-25 का बजट पेश किये जाने और अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले संभवत: अंतिम पूर्ण समीक्षा बैठक है. सूत्रों ने कहा कि बैठक में वह ग्राहक सेवा और साइबर सुरक्षा में सुधार के उपायों पर भी चर्चा करेंगी.
क्यों की जाएगी समीक्षा?
वित्त मंत्री अगले वित्त वर्ष के लिए बैंकों के वित्तीय समावेश, कर्ज वृद्धि, संपत्ति गुणवत्ता और कारोबार वृद्धि योजना की भी समीक्षा करेंगी. गैर-निष्पादित परिसंपत्ति(एनपीए) और वसूली की स्थिति पर भी चर्चा की जाएगी. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन साल से अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों में कमी आयी है.
कितना रहा बैंकों का NPA?
यह 31 मार्च, 2021 को 8,35,051 करोड़ रुपये (सकल एनपीए अनुपात 7.33 प्रतिशत) था जो 31 मार्च, 2022 को कम होकर 7,42,397 करोड़ रुपये (सकल एनपीए अनुपात 5.82 प्रतिशत) और 31 मार्च, 2023 को 5,71,544 करोड़ रुपये (सकल एनपीए अनुपात 3.87 प्रतिशत) हो गया.